फ्रांस द्वारा भारत को उपहार स्वरूप निशुल्क दिए गए 32 जगुआर युद्धक विमान तथा 2 मिराज युद्धक विमान की खबर पर कांग्रेसी नेताओं प्रवक्ताओं की पहली प्रतिक्रिया यह आयी कि फ्रांस ने जो जहाज दिए हैं वो 30-35 साल पुराने हैं और कूड़े में फेंक देने लायक हैं।
मैँ कांग्रेसी नेताओं प्रवक्ताओं की बात से सहमत होते हुए उनसे केवल यह जानना चाहता हूं, और केवल मैं ही नहीं पूरा देश उनसे यह जानना चाहेगा कि...
फ्रांस द्वारा भारत को दिए गए 30-35 वर्ष पुराने कूड़े सरीखे 34 युद्धक विमानों के लिए भारत ने तो एक पैसा नहीं दिया। उसे यह जहाज मुफ्त में मिले। अतः देश का तो कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन कांग्रेस यह बताए कि 2013 में उसकी सरकार ने एक 31 वर्ष पुराने युद्धक जलपोत को 230.30 करोड़ डॉलर (तब के अनुसार 14,227 करोड़ रूपये) में क्यों खरीदा था.? क्योंकि कांग्रेस के ही अनुसार यदि 30-35 वर्ष पुराने जगुआर और मिराज विमान कूड़े में फेंक दिए जाने लायक हैं तो फिर 31 वर्ष पुराना विमान वाहक जलयान एडमिरल गोर्शकोव भी कूड़े में फेंक देने लायक ही रहा होगा।
मोदी सरकार ने तो कूड़ा मुफ्त में प्राप्त किया लेकिन कांग्रेस ने देश के खजाने से 14 हज़ार करोड़ से ज्यादा रुपये खर्च कर के कूड़ा खरीदा था।
मोदीराज और कांग्रेस राज में यही फर्क है...!!!
एडमिरल गोर्शकोव की खरीद से सम्बन्धित खबर की पुष्टि इस लिंक को क्लिक कर के पढ़िए। 974 मिलियन डालर का सौदा 2.35 बिलियन डालर में किया
Wednesday, July 25, 2018
कूड़ा खरीदने के लिए कांग्रेस ने 14 हज़ार करोड़ रूपये क्यों खर्च किये थे.?
ख़बरों की दुनिया की तंग पगडंडियों, संकरे अँधेरे रास्तों तथा चकाचौंध राजमार्गों से साक्षात्कार करती सक्रिय पत्रकारिता की लगभग ढाई दशक लम्बी यात्रा के पश्चात् अब स्वतन्त्र लेखन के पड़ाव पर हूं.
राष्ट्रवादी दृष्टिकोण वाली मेरी लेखनी का एकमात्र उद्देश्य "जनहित की बात, राष्ट्रहित के साथ" करना है.
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