सीमा पर देश की रक्षा करते शहीद हुए जवानों की रक्तरंजित लाशों पर देश में उमड़े जबरदस्त जनाक्रोश का सरकारी सौदा केवल 5 करोड़ में हो गया है...
"पाकिस्तानी कलाकार वाली फिल्म इस देश में बिना रोकटोक के दिखाई जाए उसका कोई विरोध ना हो और जो विरोध करे उसपर सरकार की पुलिस और फौज लट्ठ बरसाए..."
अपनी यह मांग लेकर गृहमंत्री से मिलने दिल्ली पहुंचे फिल्म निर्माता विक्रम भट्ट को तनिक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ी. जिस दिन वो दिल्ली पहुंचा उसी दिन इस देश का गृहमंत्री बिना विलम्ब किये हुए उससे तत्काल मिला और उसकी सब मांगे मान भी लीं.
मुम्बई में ऐसी ही मांगों को लेकर करण जौहर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से मिला और उस मुख्यमंत्री ने भी उसको बिना प्रतीक्षा कराये उसकी मांगों को मान लिया.
नतीजा यह निकला है कि सीमा पर देश की रक्षा करते शहीद हुए जवानों की रक्तरंजित लाशों पर देश में उमड़े जबरदस्त जनाक्रोश का सरकारी सौदा केवल 5 करोड़ में हो गया. जिनके घरों में उनके शहीद बेटे पति और भाई की खून से लथपथ लाशें पहुंची उनके मुंह पर फ़िल्मी भांडों की 5 करोड़ की भीख फेंककर इस देश के कर्णधारों ने सिनेमा के माध्यम से भारतीयों की छाती पर पाकिस्तानी नाच गाने की इज़ाज़त दे दी है.
धन्यवाद उस राज ठाकरे को जिसकी वजह से देश के कर्णधारों का असली चेहरा उजागर तो हुआ.
यदि राज ठाकरे ने इतना उपद्रव ना किया होता तो यह स्थिति भी नहीं होती. क्योंकि भाजपाई प्रवक्ताओं को तो पाकिस्तानी फ़िल्मी भांडों के खिलाफ बोलने से कतराते हुए पूरा देश देख ही रहा था...
असली चेहरा इसलिए कह रहा हूं... क्योंकि केवल 6 माह पूर्व देशद्रोही कश्मीरी गुंडों और वहां की भाजपा गठबंधन सरकार की पुलिस द्वारा मार मार कर लहूलुहान कर दिए गए श्रीनगर NIT के सैकड़ों देशभक्त छात्रों उनके परिजनों से इस देश का गृहमंत्री और जम्मू कश्मीर गठबंधन सरकार का भाजपाई उप-मुख्यमंत्री आजतक नहीं मिला है. इस काम के लिए शायद समय की बहुत कमी थी और आज भी है...
उनकी मांगों का क्या हुआ यह देश को आजतक नहीं मालूम...
Bhand had jagah gain Sher to ekka dukka hi note haon
ReplyDeleteBhand had jagah gain Sher to ekka dukka hi note haon
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