Tuesday, January 9, 2018

Part-3 लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को खोखला कर रहीं दीमकों को पहचानिए

Part-3
गुजरात में राहुल गांधी का एक संगीन आरोप यह भी था कि...
प्रधानमंत्री ने किसानों का कर्ज माफ करने से मना कर दिया लेकिन 10 उद्योगपतियों का 1.30 लाख करोड़ रू का कर्ज़ माफ किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के 10 सबसे बड़े उद्योगपतियों को 6 लाख करोड़ देने जा रहे हैं।

राहुल गांधी अपना यह आरोप अपने तीन महीने लम्बे गुजरात चुनाव अभियान के दौरान लगातार लगाते रहे। केंद्रीय वित्तमंत्री समेत सरकार के कई अन्य मंत्रियों और अधिकारियों ने राहुल गांधी ने इस आरोप को सफेद झूठ करार देते हुए साफ शब्दों में कहा कि किसी भी उद्योगपति का एक रुपये का कर्ज भी माफ़ नहीं किया गया है। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी को खुली चुनौती भी दी कि वो ऐसे किसी एक भी उद्योगपति का नाम और सरकार द्वारा माफ किये गए उसके कर्ज़ की रकम देश को बताएं। किन्तु राहुल गांधी इस चुनौती से मुंह चुराते रहे। राहुल गांधी आजतक एक भी ऐसे उद्योगपति का नाम तथा सरकार द्वारा माफ किये गए उसके कर्ज़ की रकम देश को नहीं बता सके हैं।

इसीतरह राहुल गांधी का एक अन्य संगीन आरोप यह था कि... गुजरात में 13000 सरकारी स्कूल कॉलेज बन्द कर के सरकार ने 90% स्कूल कॉलेज प्राइवेटाइज कर दिए हैं। मिडिल क्लास/गरीब व्यक्ति को 10-15 लाख रू पहले देना पड़ता है फिर वो अपने बच्चे को इंजीनियर डॉक्टर बनाने का सपना देख सकता है। गुजरात में बीमारी के इलाज के लिए निजी अस्पतालों में10-15 लाख रु. देने पड़ते हैं।

राहुल गांधी के इस आरोप पर भी स्वयं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि गुजरात में एक भी सरकारी स्कूल बन्द नहीं किया गया है। उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी थी कि जिन 13000 सरकारी स्कूलों को बंद किये जाने की बात राहुल गांधी कर रहे हैं उनमें से केवल एक स्कूल का ही नाम और स्थान वो देश को बता दें जिसे सरकार ने बन्द कर दिया है। 

इस चुनौती के जवाब में राहुल गांधी आजतक एक भी ऐसे सरकारी स्कूल का नाम नहीं बता सके हैं जो गुजरात सरकार द्वारा पिछले 22 वर्षों के दौरान बन्द कर दिया गया हो। लेकिन गुजरात का चुनाव प्रचार खत्म होने तक राहुल गांधी अपने उस आरोप को लगातार अपनी हर रैली में दोहराते रहे। गुजरात मे इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा के निजीकरण का आरोप लगाते रहे राहुल गांधी को क्या यह नहीं मालूम था कि यदि गुजरात में 117 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं तो कर्नाटक में 214 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। अर्थात गुजरात से लगभग दो गुना अधिक। इसीप्रकार गुजरात में यदि 59 निजी मेडिकल कॉलेज हैं तो कर्नाटक में इससे ढाई गुना अधिक 141 मेडिकल कॉलेज हैं। यदि प्रदेश में निजी मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज होना जनविरोधी पाप है तो गुजरात से लगभग दोगुना अधिक यह पाप कर्नाटक में 5 वर्षों से कर रही अपनी कांग्रेस सरकार और उसके मुखिया के खिलाफ राहुल गांधी ने अबतक क्या किया.? लेकिन मीडियाई चीयर लीडर्स ने यह सवाल राहुल गांधी से नहीं पूछा।

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