Monday, July 25, 2016

माया बनाम दया : “सत्ता कप” की तैयारी के लिए हुआ एक प्रैक्टिस मैच...



यूपी के राजनीतिक स्टेडियम की चुनावी पिच पर लगभग 7 महीने बाद होने जा रहे मुख्य मुक़ाबले “सत्ता कप” की तैयारी के लिए हुआ एक प्रैक्टिस मैच मात्र ही है. संयोग से यह मैच रोमांचक उतार चढ़ाव से भरपूर रहा.

मैच की शुरुआत भाजपा के नौसिखिया गेंदबाज दयाशंकर सिंह ने अपनी एक ऐसी लूज़ बॉल के साथ की जिसे कोई भी अनुभवी बल्लेबाज दो कदम आगे बढ़कर अपनी खूबसूरत लॉफ्टेड स्ट्रेट ड्राइव से बाउंड्री के बजाय स्टेडियम के ही बाहर पहुंचा देता लेकिन. दयाशंकर की लूज़ बॉल का सामना खूबसूरत अंदाज़ में सधी हुई लॉफ्टेड स्ट्रेट ड्राइव मारने वाले किसी कलात्मक बल्लेबाज से नहीं हुआ. इसके बजाय उसका सामना गली-मोहल्ला क्रिकेट के सर्वाधिक लोकप्रिय शॉट “कुल्हाड़ा कट” के माहिर “अंधाधुंधी” बल्लेबाज से हुआ.

इसका परिणाम वही हुआ जो अपेक्षित था. नौसिखिया गेंदबाज की लूज़ बॉल पर “अंधाधुंधी” बल्लेबाज ने परम् बौरहे अंदाज़ में अपने “कुल्हाड़ा कट” का भरपूर प्रहार किया, नतीजा यह निकला कि बॉल बहुत ज्यादा ऊंचाई तक तो उछल गयी लेकिन ज्यादा दूरी नहीं तय कर सकी. इसका नतीजा यह हुआ कि बॉल स्टेडियम के बाहर जाने के बजाय मैदान भी पार नहीं कर सकी. दयाशंकर की लूज़ बॉल पर चले जबरदस्त “कुल्हाड़ा कट” के कारण बॉल को बाउंड्री से बाहर जाने से रोकने के लिए ‘फील्डिंग” करने के लिए तैनात की गयी दयाशंकर की पत्नी स्वाति सिंह ने अपनी शानदार फील्डिंग का प्रदर्शन करते हुए “कुल्हाड़ा कट” के कारण बॉल को बाउंड्री से बाहर जाने से ही नहीं रोका, बल्कि गज़ब का फील्डिंग कौशल दिखाते हुए “कुल्हाड़ा कट” शॉट से उछली गेंद को हवा में ही कैच करके “अंधाधुंधी” बल्लेबाज को आऊट करा दिया और दयाशंकर की लूज़ बॉल को विजयी बॉल में परिवर्तित कर दिया…

...तो मित्रों यह एक प्रैक्टिस मैच ही था जिसने पूरे देश को बहुत साफ़ शब्दों में यह सन्देश दे दिया है कि लगभग 7 महीने बाद यूपी के राजनीतिक स्टेडियम की चुनावी पिच पर होने जा रहे “सत्ता कप” के मुकाबले इसीतरह के नौसिखिया गेंदबाजों, अंधाधुंधी बल्लेबाजों की लूज़ बालों और “कुल्हाड़ा कट” शॉट्स के सहारे ही खेले और हारे-जीते जाएंगे जिनमे स्वाति सिंह जैसे खिलाड़ी भी कहीं कहीं विशेष प्रदर्शन करेंगे. लेकिन मित्रों क्योंकि दुर्भाग्य से यूपी के “सत्ता कप” में भाग लेने जा रही सभी टीमों के पास स्वाति सिंह सरीखी विशेष खिलाडियों का भारी अकाल है अतः यह निश्चित मानिये की यूपी के “सत्ता कप” का विजेता नौसिखिया गेंदबाजों, अंधाधुंधी बल्लेबाजों की लूज़ बालों और कुल्हाड़ा कट शॉट्स के धुरंधरों के दम पर ही तय होगा…!!!

यदि उपरोक्त मुकाबले में भाग लेने जा रही टीमों और उनके खिलाडियों से आप “सैद्धान्तिक” तकनीक, “मर्यादित” कौशल, “अनुशासित” प्रतिबद्धता, “वैचारिक” कलात्मकता के प्रदर्शन की अपेक्षा कर रहे हैं तो यकीन मानिये कि आप मूर्खो के स्वर्ग में जी रहे हैं.

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